Bhugol Ke Janak Kaun Hai OR Geography Ke Janak Kaun Hai :- इस लेख में आपका स्वागत है इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे की भूगोल के जनक कौन है। क्योंकि इस तरह के प्रश्न अक्षर यूपीएससी, एसएससी, आईएस इत्यादि जैसे बड़े-बड़े परीक्षाओ में पूछा जाता है और बहुत से लोग इन छोटे-छोटे सवालों का जवाब नहीं दे पाते हैं।
तो अगर आप भी इस प्रकार के सवालों का उत्तर देना चाहते हैं और जानना चाहते हैं, कि आखिर भूगोल के जनक कौन है और इतिहास के जनक कौन है और मैथ के जनक कौन है, तो हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहे तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए।
Bhugol Ke Janak Kaun Hai OR Geography ke janak kaun hai
भूगोल एक ऐसा विज्ञान है, जिसके माध्यम से हम पृथ्वी के रूप, आकार, गति, जलवायु, वनस्पति, जीव जंतु, खनिज, इत्यादि सभी चीजों का अध्ययन कर सकते हैं। लेकिन भूगोल को पहचानने वाला व्यक्ति जिसे, हम भूगोल के जनक भी कहते हैं, कौन था यह जानना भी जरूरी है।
भूगोल के जनक में दो मत प्रचलित है। कई लोगों का कहना है कि भूगोल के जनक इरेटोस्थनीज थे जो की एक प्राचीन यूनानी विद्वान थे। और इन्होंने ही पहली बार भूगोल के माध्यम से पृथ्वी की परिधि की गणना की थी।
परंतु वही कुछ लोगों का यह भी कहना है की father of Geography हिकेटियस भी है। क्योंकि शुरुआती समय में इन्होंने भी भूगोल को बढ़ावा देने के लिए काफी योगदान दिया था।
परंतु अगर बात करें की इन दोनों में से सही जवाब कौन सा है तो इसका सही जवाब इरेटोस्थनीज होगा क्योंकि सबसे पहले भूगोल के बारे में इन्होंने ही दुनिया को बताया और बाद में हिकेटियस ने भूगोल से संबंधित कई चीजों की खोज की।
इरेटोस्थनीज को भूगोल का जनक क्यों कहा गया है ?
सबसे पहला कारण यह है, कि इन्होंने भूगोल के लिए एक व्यवस्थित सिद्धांत विकसित किया और भूगोल के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। जिसमें से सबसे महत्वपूर्ण योगदान यह है कि इन्होंने ही सबसे पहले भूगोल के माध्यम से पृथ्वी की परिधि की गणना की थी।
इन्होंने यह गणना मिस्र के सिंइने शहर में की थी, जहां पर उन्होंने देखा कि गर्मी के दिन में सूर्य की रोशनी सीधे गड्ढे में जाती है और चमकता है। जबकि अलेक्जेंड्रिया में गर्मी के दिनों में सूर्य सीधे गड्ढे के नीचे जाकर नहीं चमकता है।
इसको देखते हुए इन्होंने पृथ्वी की परिधि लगभग 40000 किलोमीटर होने का अनुमान लगाया था जो की वास्तविक परिधि से केवल कुछ प्रतिशत ही कम था। पृथ्वी की वास्तविक परिधि 40,075 किलोमीटर है।
इन्होंने ही भूगोल को जियोग्राफी शब्द दिया है। इरेटोस्थनीज Geographica शब्द का इस्तेमाल किया था और इसी शब्द से ही Geography शब्द बना। इस तरह से यह Geography Ke Janak भी माने जाते है।
इसके अलावा इन्होंने भूगोल से संबंधित कई क्षेत्रों में योगदान दिए जैसे –
- ईन्होंने पृथ्वी को पांच जलवायु क्षेत्रों में विभाजित किया: दो ध्रुवीय क्षेत्र, दो समशीतोष्ण क्षेत्र, और भूमध्य रेखा के चारों ओर एक उष्णकटिबंधीय क्षेत्र।
- इन्होने Latitude और Longitude के बारे में दुनिया को बताया।
इरेस्टोस्थनीज कौन थे ?
अब जिन्हें पृथ्वी का जनक कहा जाता है उनके बारे में भी जानना बहुत ही आवश्यक है। यह एक प्राचीन यूनानी विद्वान थे और इसके साथ-साथ यह गणितज्ञ खगोल शास्त्री भूगोलवेत्ता और कई भी थे।
इरेटोस्थनीज का जन्म 276 ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में ग्रीक के सिंइने शहर में हुआ था। एक गणितज्ञ थे और इन्हें पृथ्वी से संबंधित कई चीजों के बारे में जानने का भी बहुत शौक था और इसी के कारण इन्होंने भूगोल की भी रचना की।
हिकेटियस को भूगोल का जनक क्यों कहा जाता है ?
जैसे कि हमने जाना हिकेटियस को भी भूगोल का जनक कहा गया है, क्योंकि इन्होंने भी भूगोल के क्षेत्र में बाद में कई योगदान दिए थे।
हिकेटियस ने ही दुनिया का सबसे पहले नक्शा बनाया था, जो की स्वीकार नहीं किया गया था। इन्होंने नक्शे में यूरोप एशिया और उत्तरी अफ्रीका शामिल किया था, जो की सही नहीं था।
इसके बाद इन्होंने एक Periplus ges नामक किताब भी लिखी थी, जिसका मतलब पृथ्वी का वर्णन होता है। और इस किताब में इन्होंने पहली बार भूगोल शब्द का इस्तेमाल किया था।
किताब के माध्यम से लोगों को भूगोल से संबंधित कई जानकारियां जैसे – जलवायु और संस्कृति से संबंधित चीजे प्राप्त की। हिकेटियस भी एक इतिहासकार थे और इनका जन्म 550 ईसा पूर्व में हुआ था।
आधुनिक भूगोल के जनक कौन है ?
आधुनिक भूगोल के जनक अलेक्जेंडर वॉन हम्बोल्ट को माना जाता है। यह एक जर्मन भूगोलवेत्ता प्रकृतिवादी और खोजकर्ता थे । इनका जन्म 1769 में हुआ था। अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट को केवल आधुनिक भूगोल का ही नहीं बल्कि भौतिक भूगोल का जनक भी माना जाता है।
हम्बोल्ट ने दुनिया भर में कई यात्राएं की और इन यात्रा से इन्होंने कई सारे डेटा एकत्र किए। और इन्हीं डाटा के माध्यम से इन्होंने पृथ्वी के प्राकृतिक और मानव वातावरण के बीच संबंधों को समझा।
हम बोल्ट ने पृथ्वी के विभिन्न जलवायु क्षेत्रों में पौधों और जानवरों के वितरण का अध्ययन किया। इसके साथ ही भूगोल और मानव गतिविधि के बीच संबंधों के बारे में भी बताया।
इन्होंने अपनी एक किताब Cosmos लिखा था, जिसमें इन्होंने धरती के बारे में जो भी जानकारियां एकत्र की थी उसे बताया था। मुख्य रूप से इन्होंने Climatology का अध्ययन किया था और पृथ्वी के वातावरण से संबंधित सभी चीज बताई थी। और फिर इसी तरह से इन्होंने एक आधुनिक भूगोल की नींव रखी।
भारत के भूगोल के जनक कौन है ?
भारतीय भूगोल का जनक जेम्स रेनेल है। यह एक ब्रिटिश भूगोलवेत्ता और सर्वेक्षक थे, जिनका जन्म 1742 में हुआ था। रेनेल ने भारत में कई वर्षों तक काम किया और भारत के भूगोल पर कई महत्वपूर्ण किताबें भी लिखे।
इन के सबसे प्रसिद्ध किताबों में से एक किताब में “मेमॉयर्स ऑफ ए मैप ऑफ हिंदुस्तान” है। जिसमें भारत का पहला विस्तृत और सटीक मानचित्र था।
यह किताब 1788 में पब्लिश हुई थी। जेम्स रेनेल का साथ अलेक्जेंडर कीथ जॉनस्टन ने भी दिया था और भारतीय भूगोल के निर्माण में काफी योगदान दिया था।
मानव भूगोल के जनक कौन है ?
Father Of Human Geography विडाल डी लॉ ब्लाच को कहा जाता है। यह एक फ्रांसीसी भूगोलवेत्ता थे, जिन्होंने 20 वीं शताब्दी के शुरुआत में मानव भूगोल के क्षेत्र को विकसित किया था।
इन्होंने मानव भूगोल के अंतर्गत मानव समाज और उनके पर्यावरण के बीच के संबंधों का अध्ययन किया था। विडाल डी लॉ ब्लाच इन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानव अपने पर्यावरण के साथ कैसे बातचीत करते हैं और इसे कैसे आकर देते हैं।
इन्होंने फ्रांस में एक मानव भूगोल पर स्कूल खोला, जिसमें भूगोल के संस्कृति को मानव समाज से जोड़ा गया। इन्होंने भूगोल के क्षेत्र में पर्यावरण को और मानव पर्यावरणीय संबंधों को स्थापित किया।
आर्थिक भूगोल के जनक कौन है ?
आर्थिक भूगोल के जनक जॉर्ज चिशोल्म को कहा जाता है जो की एक भूगोलवेत्ता थे । इन्होंने आर्थिक भूगोल पर एक पूरी किताब भी लिखी है, जिसमें उन्होंने पृथ्वी की भौगोलिक स्थिति और आर्थिक गतिविधियों के बीच संबंध स्थापित किया है।
इन्होंने व्यापार, वाणिज्य, वन उद्योग, कृषि, मत्स्य पालन, ऊर्जा, खनिज, मृदा, जल, इत्यादि से संबंधित चीजों को बताया है।
Conclusion :-
तो दोस्तों हमें उम्मीद है, कि आप हमारे इस लेख ( Bhugol Ke Janak Kaun Hai ) को ध्यान से पूरे अंत तक पढ़ चुके होंगे और इस लेख के माध्यम से जान चुके होंगे की भूगोल के जनक कौन है और गणित के जनक कौन है और इंग्लिश के जनक कौन है और हिंदी के जनक कौन है।
इस लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद अगर इस लेख में आपको कोई चीज समझ में नहीं आता है, तो आप दिए गए कमेंट बॉक्स में मैसेज करके पूछ सकते हैं हमारे समूह आपके सवालों का जवाब अवश्य देगी।
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