Seasons name in hindi | 6 ऋतुओं के नाम हिंदी में

Seasons name in hindi :- भारत में विभिन्न प्रकार के season होते हैं, लेकिन आज भी ज्यादातर लोग केवल तीन ऋतु के बारे में जानते हैं जो की गर्मी, सर्दी और बरसात है। इसलिए कई लोग यह पता करना चाहते हैं, कि भारत में कितने season होते हैं और Seasons Name In Hindi क्या है ?

इसलिए आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम भारत के Seasons Name In Hindi के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त करेंगे। साथ ही हम यह भी जानेंगे कि यह ऋतु कितने से कितने समय तक चलता है। आइये लेख को शुरू करें।


ऋतु क्या है ? | What is season in hindi

ऋतुएं मौसम के बदलाव को कहते हैं। यह बदलाव पृथ्वी के सूरज के चारों ओर घूमने के कारण होता है। पृथ्वी का अक्ष थोड़ा झुका हुआ है, जिससे उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में अलग-अलग मौसम होते हैं।

पृथ्वी का अक्ष लगभग 23.5 डिग्री का कोण बनाता है। इस झुकाव के कारण, उत्तरी और दक्षिणी गोलार्धों में से एक गोलार्द्ध सूर्य की ओर झुका होता है। यह झुकाव दिन-रात की अवधियों में अंतर पैदा करता है।


ऋतुओं के नाम हिंदी में | Seasons Name In Hindi

भारत में छह ऋतुएँ होती हैं :

1. वसंत ऋतु ( Vasant Ritu ) – मार्च से मई

2. ग्रीष्म ऋतु ( Grishma Ritu ) – जून से अगस्त

3. वर्षा ऋतु ( Varsha Ritu ) – सितंबर से नवंबर

4. शरद ऋतु ( Sharad Ritu ) – दिसंबर से फरवरी

5. हेमंत ऋतु ( Hemant Ritu ) – फरवरी से मार्च

6. शीत ऋतु ( Shishir Ritu ) – दिसंबर से जनवरी


Seasons Name In English | ऋतुओं के नाम अंग्रेजी में

Sure, here are the translations of the seasons in English:

  1. Spring (Primavera)
  2. Summer (Verano)
  3. Autumn/Fall (Otoño)
  4. Winter (Invierno)

  • वसंत ऋतु _

वसंत ऋतु फरवरी और मार्च के महीनों में आती है। यह एक सुखद मौसम है जिसमें तापमान न तो बहुत गर्म होता है और न ही बहुत ठंडा। हवा में एक ताजा और फूलों की खुशबू होती है।

पेड़ों पर नई पत्तियां आती हैं और फूल खिलते हैं। पक्षी चहकते हैं और जानवर सक्रिय होते हैं। वसंत ऋतु को “ऋतुराज” या ऋतुओं का राजा कहा जाता है क्योंकि यह सबसे सुंदर और सुखद मौसम है।

  • ग्रीष्म ऋतु

ग्रीष्म ऋतु अप्रैल और जून के महीनों में आती है। यह सबसे गर्म मौसम होता है जिसमें तापमान अक्सर 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है। हवा शुष्क और गर्म होती है।

सूरज की रोशनी तेज होती है। पेड़ों की पत्तियां पीली पड़कर गिरने लगती हैं। जानवर छाया में रहने की कोशिश करते हैं। लोग गर्मियों की छुट्टियों के लिए समुद्र तट या पहाड़ों पर जाते हैं।

  • वर्षा ऋतु

वर्षा ऋतु जुलाई और सितंबर के महीनों में आती है। यह एक ऐसा मौसम है जिसमें बहुत बारिश होती है। बारिश से फसलों को लाभ होता है और पृथ्वी को हरा-भरा बनाती है।

नदियां और झीलें भर जाती हैं। पेड़ों पर नई पत्तियां आती हैं और फूल खिलते हैं। वर्षा ऋतु में कई त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे कि गणेश चतुर्थी, नवरत्रि और दशहरा।

  • शरद ऋतु

शरद ऋतु अक्टूबर और नवंबर के महीनों में आती है। यह एक सुखद मौसम है जिसमें तापमान न तो बहुत गर्म होता है और न ही बहुत ठंडा। हवा में एक ताजा और सुगंधित खुशबू होती है।

पेड़ों की पत्तियां पीली और लाल हो जाती हैं और गिरने लगती हैं। यह मौसम फसल कटाई का समय होता है। शरद ऋतु में कई त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे कि दिवाली और छठ पूजा।

  • हेमंत ऋतु

हेमंत ऋतु दिसंबर और जनवरी के महीनों में आती है। यह सबसे ठंडा मौसम होता है जिसमें तापमान अक्सर 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है। हवा शुष्क और ठंडी होती है।

सूरज की रोशनी कमजोर होती है। पेड़ों की पत्तियां गिर जाती हैं। जानवर अपने बिलों या घोंसलों में रहते हैं। लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनते हैं और अलाव जलाते हैं।

  • शीत ऋतु

शीत ऋतु फरवरी और मार्च के महीनों में आती है। यह एक सुखद मौसम है जिसमें तापमान न तो बहुत गर्म होता है और न ही बहुत ठंडा। हवा में एक ताजा और फूलों की खुशबू होती है।

पेड़ों पर नई पत्तियां आती हैं और फूल खिलते हैं। पक्षी चहकते हैं और जानवर सक्रिय होते हैं। शीत ऋतु को बसंत ऋतु की शुरुआत माना जाता है।


ऋतु परिवर्तन के कारण

ऋतु परिवर्तन पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर अपनी धुरी पर घूमने और सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में क्रांति करने के कारण होता है। पृथ्वी का अक्ष लगभग 23.5 डिग्री का कोण बनाता है।

  • इस झुकाव के कारण, उत्तरी और दक्षिणी गोलार्धों में से एक गोलार्द्ध सूर्य की ओर झुका होता है। यह झुकाव दिन-रात की अवधियों में अंतर पैदा करता है।
  • ग्रीष्म ऋतु में, उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है। इस कारण, उत्तरी गोलार्ध में दिन लंबे और रातें छोटी होती हैं। यह गर्म तापमान का कारण बनता है।
  • वसंत और शरद ऋतु में, दोनों गोलार्ध सूर्य की ओर समान रूप से झुके होते हैं। इस कारण, दोनों गोलार्धों में दिन और रात की अवधि समान होती है। यह मध्यम तापमान का कारण बनता है।
  • शीत ऋतु में, दक्षिणी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है। इस कारण, दक्षिणी गोलार्ध में दिन लंबे और रातें छोटी होती हैं। यह गर्म तापमान का कारण बनता है।

ऋतुओं से संबंधित कुछ अन्य बातें

  • भारत में, ऋतुओं के अनुसार अलग-अलग प्रकार के फल और सब्जियाँ उगाई जाती हैं।
  • ऋतुओं के अनुसार अलग-अलग प्रकार के पक्षी भी भारत में आते हैं।
  • भारत में, ऋतुओं के अनुसार अलग-अलग प्रकार के त्योहार भी मनाए जाते हैं।

FAQ’s :-

Q1. 7 ऋतुओं के नाम क्या हैं ?

Ans- भारत में ऋतुओं को 6 भागों में बांटा गया है, जो की वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शीत।

Q2. साल के 4 मौसम कौन से हैं ?

Ans- साल के 4 मौसम सर्दी, गर्मी, बरसात, वसंत है।

Q3. 6 मौसम कितने होते हैं ?

Ans- भारत में, छह ऋतुएँ हैं: वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शीत।

Q4. 7 मौसम तत्व क्या हैं ?

Ans- तापमान, वर्षा, वायुदाब, आर्द्रता, बादल, हवा, दृश्यता मौसम के 7 तत्व है।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने जाना की Seasons Name in Hindi क्या है ? उम्मीद है, कि इस लेख के  माध्यम से आपको भारत के 6 season name के बारे में पूरी जानकारी मिल पाई होगी।

यदि आप ऋतुओं के बारे में कोई अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते हो, तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। अगर आपको ये लेख अच्छा लगा हो तो इसे अन्य लोगों के साथ भी शेयर करें।


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